पति भिखारी को रोज दे देता था अपना टिफिन, पता लगने पर बीवी ने कर ली भिखारी से शादी

अक्सर सोशल मीडिया पर काफी चौका देने वाले कि’स्से साँझा किए जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही कि’स्से के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर के आप हैरान हो जाएंगे। दोस्तों आपको बता दे कि आज हम उत्तर प्र’देश के रहने वाले आशीष नामक व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं । आशीष उत्तर प्रदेश में अपनी पत्नी से श्रीवास्ती के साथ निवास करते हैं।
आपको बता दें कि हम जिस किस्से के बारे में बात कर रहे हैं इसका संबंध लौकी की सब्जी से है । आ’शीष की पत्नी जिनका नाम श्रीवस्ती है वह रोजाना अपने पति आशीष को टिफिन में एक ही तरीके की सब्जि’यां दिया करती थी और इसके बावजूद उनके पति आ’शीष उन्हें कुछ भी नहीं कहा करते थे । आशीष बड़े ही शांत तरीके से रोजाना सुबह अपना टि’फिन लेकर के अपने काम पर चले जाते थे।
बता दे कि आशीष की पत्नी से श्रीवा’स्ती ने लगातार 20 दिन तक अपने पति को लौ’की की सब्जी बनाकर के टिफिन में दिया और वह ऐसा लगभग 20 से 25 दिन लगातार ही करती रही। जब आशीष ने उन्हें कुछ भी नहीं कहा और उनसे इसके बारे में कुछ भी शि’कायत नहीं की तब श्रीवस्ती को अपने पति आशी’ष के ऊपर संदेह होने लगा। उन्हें लगने लगा कि आखि’र आशी’ष उनके खाने को लेकर के कुछ क्यों नहीं कहते हैं।
बता दें कि इसके बाद एक दिन श्रीवास्तव ने निर्णय किया कि वह आशी’ष का पीछा करेंगीं और उन्होंने आशी’ष का पीछा किया इसके बाद श्रीवस्ती ने देखा कि आशीष अपना टिफिन एक भिखारी को रोजाना दे दिया करते हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले कि श्रीवास्तव अपने पति को भिकारी को टि’फिन देते हुए देख कर के कुछ कहती या उनसे कुछ पूछ पाती श्री’वास्तव को भिखारी ने देखते हैं काफी अच्छी अच्छी दो ‘रो’मांटिक शाय’रियां सुना दी और इन शा’यरियों को सुनते ही श्रीव’स्ती को ऐसा लगा मानो उनके बचपन का प्यार उन्हें वापस मिल गया हो।
श्रीवस्ती को लगा उन्हें बचन का वह प्यार वा’पस मिल गया जिसे उन्होंने बचपन में ही खो दिया था। बस फिर क्या श्रीवस्ती ने उसी वक्त अपने पति आशीष को तलाक दे दिया एवं उस भिखारी के साथ जा’कर के मंदिर में शादी रचा ली ।आपको बता दें कि अब श्रीवास्ती एवं भि’खारी दोनों साथ में बैठकर के भीख मांगते हैं और साथ में जीवन गुजार रहे हैं।